- फ्री में उपलब्ध होगा स्टडी मटेरियल; लाइब्रेरी और कंप्यूटर ट्रेनिंग भी मिलेगी, फर्स्ट राउंड के लिए ऑनलाइन टेस्ट से चुने गए 60 स्टूडेंट्स
डिंडौरी जिले के प्रतिभावान और जरूरतमंद स्टूडेंट्स को अब शहर में ही जॉइंट एंट्रेंस एक्जाम (JEE) और नेशनल इलिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) की फ्री कोचिंग मिल सकेगी। कलेक्टर बी. कार्तिकेयन ने मंगलवार को आकांक्षा हॉस्टल में जिले के पहले सेंटर का शुभारंभ किया। यहां स्टूडेंट्स के लिए भोजन, आवास, लाइब्रेरी, कंप्यूटर ट्रेनिंग आदि की सुविधा भी रहेगी और जिला प्रशासन की ओर से स्टडी मटेरियल भी उपलब्ध कराया जाएगा। इससे पहले जिले में उच्च स्तरीय कोचिंग के लिए कोई सेंटर उपलब्ध नहीं था। मजबूरन, सक्षम स्टूडेंट्स को पढ़ाई के लिए दूसरे शहरों का रुख करना पड़ता था और साधन-संसाधन के अभाव में जीने वाले स्टूडेंट्स को पढ़ाई से वंचित तक होना पड़ता था। अब नई व्यवस्था के तहत जिले से कॉम्पिटीटिव एक्जाम्स में सिलेक्शन के चांसेस और भी बढ़ जाएंगे। कोचिंग सेंटर के इनॉग्रेशन के मौके पर जिले के वरिष्ठ अधिकारी, गणमान्य नागरिक और काफी संख्या में स्टूडेंट्स उपस्थित थे।
60 स्टूडेंट्स को पांच महीने तक दी जाएगी फ्री कोचिंग
पांच महीने की फ्री कोचिंग के लिए जिले के 60 स्टूडेंट्स का सिलेक्शन ऑनलाइन एक्जाम के माध्यम से किया गया है। इनमें JEE और NEET के 30-30 स्टूडेंट्स शामिल हैं। कुल 700 स्टूडेंट्स ने आवेदन किया था और एक्जाम में 400 स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। कोचिंग में स्टूडेंट्स के लिए अनुकूल व्यवस्थाएं करने की जिम्मेदारी कलेक्टर ने आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त डॉ. उइके और जिला शिक्षा अधिकारी राघवेंद्र मिश्रा को सौंपी है। कलेक्टर कार्तिकेयन ने अधिकारी-कर्मचारियों से यह भी कहा कि एक्जाम की तैयारी के लिए कक्षाओं का संचालन टाइम टेबल के अनुसार कराएं। स्टूडेंट्स की हेल्प के लिए स्थानीय शैक्षणिक संस्थाओं के एक्सपर्ट टीचर्स की ड्यूटी लगाई गई है, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके से कोचिंग देंगे।