- आपसी विवाद के कारण शनिवार को हुई थी मारपीट, सोमवार को महिला की मौत के बाद श्मशान घाट से शव लेकर थाना पहुंचे परिजनों ने किया हंगामा
- पुलिस ने आरोपियों पर दर्ज की IPC की धारा 294, 323 और 506, धारा 302 और 314 जोड़ने की मांग पर अड़ा रहा पीड़ित परिवार
- परिजनों को मनाने के लिए काफी देर तक मशक्कत करते रहे इंस्पेक्टर अखलेश दाहिया व अन्य थाना स्टाफ, लेकिन नहीं बनी बात
डीडीएन रिपोर्टर | शहपुरा/डिंडौरी
डिंडौरी जिले के शहपुरा के वार्ड-7 (कछवाहा मोहल्ला) में शनिवार को दो पक्षों में आपसी विवाद के कारण जमकर मारपीट हुई थी। इस दौरान एक गर्भवती महिला के साथ मोहल्ले के एक युवक व दो महिलाओं ने जमकर हाथापाई की, जिसमें महिला सीता कछवाहा गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे तत्काल इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शहपुरा में भर्ती कराया गया। महिला की हालत में सुधार न होने से उसे जबलपुर रेफर किया गया, लेकिन सोमवार को सीता कछवाहा और गर्भस्थ शिशु की जान चली गई। इससे आक्रोशित परिजन महिला के शव को श्मशान से थाना लेकर पहुंचे और जमकर हंगामा किया। परिजनों ने कहा कि आरोपियों पर IPC की धारा 302 व 314 दर्ज कर हत्या का केस चलाया जाए, जबकि पुलिस ने धारा 294, 323 और 506 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अखलेश दाहिया ने बताया कि मृत महिला के परिजनों ने थाना परिसर का घेराव कर आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है। हालांकि पुलिस ने पहले ही मामले के मुताबिक धाराएं लगाकर जांच शुरू कर दी थी। घंटों तक पुलिस और महिला के परिजनों के बीच वाद-विवाद होता रहा। अंतत: कछवाहा समाज के गणमान्य नागरिकों की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ।
गाली-गलौच से शुरू मामला महिला की मौत तक पहुंचा
मृत महिला के परिजनों ने बताया कि सीता गर्भवती थी। घटना के दिन वह अपनी गौशाला में काम कर रही थी। उसी दौरान आरोपी राजेंद्र कछवाहा की पत्नी ने महिला पर गाली-गलौच करने का आरोप लगाते हुए पति से शिकायत कर दी। यह बात सुनते ही आरोपी राजेंद्र ने गर्भवती सीता पर डंडे से वार करना शुरू कर दिया। हमले में महिला बुरी तरह घायल हो गई। पहले उसे शहपुरा CHC में भर्ती कराया गया, लेकिन जब हालत नहीं सुधरी तो जबलपुर रेफर कर दिया गया, जहां सोमवार हो उसकी मौत हो गई। वहीं, गर्भस्थ शिशु को भी नहीं बचाया जा सका। परिजनों ने श्मशान घाट से गर्भवती महिला का शव लाकर थाना परिसर के बाहर रख दिया और आरोपियों पर हत्या का मामला दर्ज कर फांसी देने की मांग करने लगे।
शहपुरा पुलिस पर परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
गर्भवती महिला की मौत के बाद परिजनों ने शहपुरा पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पुलिस आरोपी राजेंद्र कछवाहा को बचा रही है। घटना के दिन आरोपी को छोड़कर पुलिस पीड़ित परिवार को जेल में बंद करने की धमकी दे रही थी। पीड़ितों ने यह भी कहा कि पुलिस ने मामले में कोताही की और घटना के दूसरे दिन केस दर्ज किया। पुलिस आरोपियों का साथ दे रही है और आरोपी को बचाने के लिए पीड़ितों को ही धमका रही है। आज थाना परिसर में पुलिस लगातार घंटों तक महिला के परिजनों से बातचीत कर समझाने की कोशिश करती रही, लेकिन वह नहीं माने। फिर पीड़ित परिवार की तसल्ली के लिए पुलिस ने थाने में आरोपियों का चेहरा दिखाया और मृत महिला के पति का बयान लिया। कुछ देर बाद कछवाहा समाज के गणमान्य नागरिकों ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत करने की कोशिश की। उन्होंने समझाइश दी और जवाबदारी ली कि आरोपियों पर हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा। इसके बाद परिजन महिला के शव को श्मशान घाट ले जाकर अंतिम संस्कार किया।