- डिंडौरी के जोगी टिकरिया, बजाग, सुनपुरी, सुरसाटोला की प्राकृतिक घटाओं सहित अमरकंटक, नरसिंहपुर और होशंगाबाद में फिल्माई गई कहानी
- अगले साल मां नर्मदा जयंती पर रिलीज संभावित, 'मुन्ना भाई MBBS' फेम सुरेंद्र राजन, 'सेक्रेड गेम्स' फेम चेतन शर्मा और 'राधे' फेम रिशिका चंदानी मुख्य किरदार
- प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त साहित्यकार अशोक जमनानी के उपन्यास 'को अहम' पर आधारित है फ़िल्म, जिले में नवंबर में हुई थी शूटिंग
गौतम आरके/रवि राज बिलैया | डिंडौरी
डिंडौरी जिले की खूबसूरत वादियों में शूट हुई हिंदी फीचर फिल्म 'को अहम' फरवरी 2022 में रिलीज के लिए तैयार है। इसका प्री और पोस्ट प्रोडक्शन पूरा हो चुका है। फ़िल्म के युवा डायरेक्टर शिरीष खेमरिया और एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर जय तिवारी फ़िल्म की अंतिम औपचारिकताएं पूरी करने के लिए डिंडौरी पहुंचे। डिजिटल डिंडौरी के पहले ग्लोबल प्लेटफॉर्म 'डिंडौरीडॉटनेट' से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि इसकी शूटिंग नवंबर 2020 में जोगी टिकरिया, बजाग, सुनपुरी सहित जिले के विभिन्न मां नर्मदा तटों पर हुई थी। साथ ही अमरकंटक, होशंगाबाद और नरसिंहपुर में भी दृश्य फिल्माए गए हैं। इसकी कहानी होशंगाबाद के सुपरिचित साहित्यकार अशोक जमनानी द्वारा 2005 में लिखित उपन्यास 'को अहम' पर आधारित है। उपन्यास को प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिल चुका है। 'को अहम' संस्कृत का वाक्य है, जिसका अर्थ है 'मैं कौन हूं'। मूलतः नरसिंहपुर से ताल्लुक रखने वाले एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर जय तिवारी ने बताया कि राइट क्लिक प्रोडक्शंस के बैनर तले बनी फिल्म को शिरीष प्रकाश ने प्रोड्यूस किया है। वहीं, डॉ. आलोक प्रकाश क्रिएटिव डेवलपमेंट हेड, डॉ. हेमेंद्र शर्मा एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर और शशांक विराग डायरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी हैं। 'मुन्ना भाई MBBS' फेम अभिनेता सुरेंद्र राजन, 'बिन्नू का सपना', 'सेक्रेड गेम्स', 'आंखों देखी' जैसी फिल्मों में अभिनय कर चुके चेतन शर्मा, सलमान खान की 'राधे' में नज़र आ चुकीं रिशिका चंदानी, शशि वर्मा आदि फिल्म में प्रमुख भूमिका में हैं।
डिंडौरी की प्राकृतिक घटाओं और मां नर्मदा तटों पर 30 सदस्यीय टीम ने की थी शूटिंग
गाडरवारा में जन्मे डायरेक्टर शिरीष ने बताया कि फिल्म की शूटिंग डिंडौरी जिले की प्राकृतिक वादियों में बीते साल नवंबर में 30 सदस्यीय टीम ने पूरी की थी। गाड़ासरई के लोककला विशेषज्ञ डॉ. विजय चौरसिया के मार्गदर्शन में आदिवासी सभ्यता और परंपराओं से जुड़े गीत-नृत्य भी शूट किए गए हैं। शिरीष ने निर्माता-निर्देशक सुभाष घई के मुंबई स्थित व्हिसलिंग वुड्स स्टूडियो से फिल्माकंन सीखने के दौरान ही 'को अहम' उपन्यास पर फिल्म बनाने की ठान ली थी, जो बनकर तैयार है और जल्द फ्लोर पर उतरेगी। इसकी कहानी सात महीने की स्टडी और रिसर्च के बाद तैयार की गई है।
मां नर्मदा के वैदिक महत्व और दर्शन पर आधारित फिल्म में खुद की तलाश का अंतर्द्वंद्व
एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर जय तिवारी ने बताया कि यह फिल्म मां नर्मदा के वैदिक महत्व और दर्शन पर केंद्रित है, जिसमें खुद की तलाश का अंतर्द्वंद्व नज़र आएगा। फिल्म में युवा नायक के मन में स्वयं के महत्व को लेकर उठते सवालों को दिखाया गया है, जिसके लिए वह मां नर्मदा परिक्रमा करता है। फिल्म की अवधि 02 घंटे 12 मिनट है। फिल्म के माध्यम से डिंडौरी जिले के प्राकृतिक स्थलों सहित मां नर्मदा तट भी बड़े पर्दे पर दिखेंगे। डिंडौरी के जोगी टिकरिया सहित बजाग ब्लॉक के सुनपुरी, ग्राम सुरसाटोला सहित विभिन्न मनोरम क्षेत्रों को बड़ी खूबसूरती के साथ फिल्माया गया है।
शुभकामनायें 💐🌱