डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी/बजाग/महेश्वर
डिंडौरी जिले बजाग ब्लॉक के ग्राम लालपुर निवासी गोदना कलाकार शांति बाई मरावी को मध्यप्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान से नवाजा है। उन्हें मध्यप्रदेश की संस्कृति, पर्यटन और अध्यात्म मंत्री उषा ठाकुर ने पुरस्कार स्वरूप स्मृति चिह्न और ₹2 लाख की नकद राशि प्रदान की। इस मौके पर प्रख्यात लोकगायिका मालिनी अवस्थी सहित देशभर के मूर्धन्य कलाकार मौजूद रहे। महेश्वर के अहिल्या घाट पर आयोजित तीन दिवसीय निमाड़ उत्सव के दौरान शांति बाई की कलाकारी को जमकर सराहा गया। गाड़ासरई थाना क्षेत्र के लालपुर जैसे छोटे से गांव से निकलकर निमाड़ उत्सव के मंच पर आदिवासी गोदना कलाकार को राष्ट्रीय स्तर का सम्मान मिलना पूरे जिले के लिए गौरव की बात है। गाड़ासरई निवासी सुपरिचित लोककला जानकार और लेखक डॉ. विजय चौरसिया सहित जिलेवासियों ने शांति बाई की उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दीं। शांति बाई ने बुधवार डिंडौरीडॉटनेट को बताया कि निमाड़ उत्सव का आयोजन 19 से 21 नवंबर तक किया गया था। यह आयोजन का 28वां वर्ष रहा, जिसकी शुरुआत 1993 में तत्कालीन पर्यटन मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने की थी। कोविड-19 संक्रमण के कारण बीते दो वर्षों से निमाड़ उत्सव का आयोजन नहीं हो पाया था। लेकिन इस वर्ष भव्य कार्यक्रम हुआ, जिसमें गोदना कला के क्षेत्र में सराहनीय योगदान के लिए शांति बाई को राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान प्रदान किया गया।