- तय सीमा से अधिक रफ्तार होने पर कैमरे में रिकॉर्ड होगी जानकारी, बाइक व कार पर ₹1000 और भारी वाहनों पर होगी ₹3000 की चालानी कार्यवाही
- विभाग यह सुनिश्चित करेगा कि यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए प्राप्त सुविधा का नहीं होगा दुरुपयोग, जबरन नहीं काटे जाएंगे वाहनों के चालान
डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी
डिंडौरी SP संजय सिंह के निर्देश पर जिले में यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार नवाचारी प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सड़कों पर तेज गति से भागने वाले वाहनों की रफ्तार पर नियंत्रण के लिए अब इंटरसेप्टर व्हीकल की मदद ली जाएगी। ट्रैफिक इंचार्ज SI राहुल तिवारी ने मंगलवार को कनईसांगवा तिराहे पर पुलिसकर्मियों को व्हीकल के इंटरसेप्शन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसमें किसी भी वाहन की रफ्तार नापने के लिए कंप्यूटर सिस्टम, जीपीएस, कैमरे, इंफ्रारेड सहित कई महत्वपूर्ण फंक्शन और उपकरण लगे हैं। कैमरे पर तेज रफ्तार से चलने वाले वाहनों की रिकॉर्डिंग की जाएगी। व्हीकल में नशे की हालत में वाहन चलाने वाले चालकों की जांच के लिए भी मशीन लगी है। बताते चलें कि SI राहुल हाल ही में भोपाल से इंटरसेप्शन सिस्टम को ऑपरेट करने की ट्रेनिंग लेकर आए हैं। जिले में एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के उपयोग से निश्चित तौर पर यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने में मदद मिलेगी।
1000 मीटर के दायरे तक तेज गति से फर्राटा भरने वाले वाहनों की रिकॉर्डिंग करेगी लेजर स्पीड गन
SI राहुल ने डिंडौरीडॉटनेट को बताया कि इंटरसेप्शन सिस्टम सहित व्हीकल की कीमत करीब ₹17 लाख है। इससे ट्रैफिक पुलिस को वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाने में काफी मदद मिलेगी। इंटरसेप्टर कैमरा वाहन की रफ्तार तय सीमा से अधिक होने पर झट से पकड़ लेगा और संबंधित चालक पर चालानी कार्यवाही की जाएगी। बाइक और कार पर चालानी राशि ₹1000 और भारी वाहनों पर ₹3000 तय की गई है। व्हीकल में लगी लेजर स्पीड गन 1000 मीटर के दायरे तक रफ्तार से फर्राटा भरने वाले वाहनों की रिकॉर्डिंग करेगी। मुख्य बात यह है कि इंफ्रारेड इनेबल्ड होने के कारण यह सिस्टम रात में भी बखूबी काम करेगा।
ट्रैफिक पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से मांगी जानकारी, बदले जाएंगे क्षतिग्रस्त स्पीड लिमिट बोर्ड
ट्रैफिक पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से जिले के विभिन्न थाना व चौकी क्षेत्रों में निर्धारित स्पीड लिमिट की जानकारी मांगी है। ताकि इंटरसेप्टर व्हीकल पर लिमिट सेट की जा सके। इनके अलावा जिलेभर में क्षतिग्रस्त हो चुके स्पीड लिमिट बोर्ड रिप्लेस करने का प्रस्ताव भी प्राधिकरण को भेजा है। SI राहुल ने बताया कि जिला मुख्यालय में स्पीड लिमिट 40 KM/Hr है, जबकि अन्य थाना व चौकी क्षेत्रों की जानकारी प्राधिकरण से मांगी गई है। जिले को फिलहाल एक इंटरसेप्टर व्हीकल मिला है, जिसका उपयोग जिला मुख्यालय सहित ब्लॉक मुख्यालयों में भी किया जाएगा। डिंडौरीडॉटनेट के एक सवाल के जवाब में ट्रैफिक इंचार्ज ने कहा, विभाग यह सुनिश्चित करेगा कि जिले की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए प्राप्त आधुनिक सुविधा का दुरुपयोग नहीं होगा और जबरन वाहनों के चालान नहीं काटे जाएंगे।