- CMHO ने कहा : सभी बच्चे खतरे से बाहर, रसोइया बोली - पहले मैंने भोजन किया फिर बच्चों को परोसा, छिपकली की जानकारी बाद में लगी
- दोपहर के भोजन के वक़्त खुशबू नाम की छात्रा की थाली में मिली मरी हुई छिपकली, तब तक आधा सैकड़ा से ज़्यादा बच्चे कर चुके थे भोजन
- अभिभावकों में भारी आक्रोश, कलेक्टर रत्नाकर झा से की मामले की गंभीरता से जांच कराकर कड़ी कार्रवाई की मांग
डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी/समनापुर
डिंडौरी जिले के समनापुर ब्लॉक की माध्यमिक शाला केवलारी की महिला रसोइया और 57 विद्यार्थी मंगलवार को दोपहर के भोजन के बाद अचानक बीमार पड़ गए। किसी को सिर में तेज दर्द उठा, कोई चक्कर खाकर गिर पड़ा, कुछ के पेट में दर्द हुआ तो किसी को उल्टियां होने लगी। आनन-फानन में उनके इलाज के लिए प्रयास शुरू किए गए। सूचना मिलते ही डायल-100 वाहन से रसोइया समेत 31 बच्चों को जिला अस्पताल और 26 को समनापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जिला अस्पताल में इलाजरत छात्र विकास कुमार ने बताया ने बताया कि मिड-डे मील की दाल में छिपकली गिर गई थी। गर्म दाल में डूबकर वह मर गई और उसका जहर भोजन में घुल गया। यही दाल सभी बच्चों ने खाई। उन्हें बाद में पता चला कि वह दूषित भोजन कर चुके हैं। यही बात मिड-डे मील पकाने वाली रसोइया चंपा बाई मसराम ने भी कही। रसोइया के मुताबिक दाल पकाते वक़्त एक छिपकली गिर गई, जिस पर समय से किसी का ध्यान नहीं गया। भोजन के दौरान खुशबू नाम की छात्रा की थाली में मरी हुई छिपकली मिली। तब तक काफी बच्चे भोजन कर चुके थे। रसोइया के मुताबिक पहले उन्होंने खुद भोजन किया फिर बच्चों को परोसा। उन्हें भी हल्की-फुल्की समस्याएं हुई हैं। हालांकि, राहत की बात यह है कि सभी बच्चों की स्थिति खतरे से बाहर है। इसकी पुष्टि CMHO डॉ. रमेश सिंह मरावी ने डिंडौरीडॉटनेट से बातचीत के दौरान की है। उन्होंने बताया कि फूड पॉइज़निंग के कारण बच्चों को पेट व सिर दर्द और उल्टी की समस्या हुई है। रसोइया सहित 31 बच्चे जिला अस्पताल और 26 बच्चे समनापुर CHC में भर्ती हैं। दूसरी ओर, स्कूल प्रबंधन की लापरवाही पर अभिभावकों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। उन्होंने कलेक्टर रत्नाकर झा से गंभीरता से जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने भी अपनी जांच शुरू कर दी है।