- श्रीराधाकृष्ण की प्राचीन मूर्ति यथावत नए मंदिर के गर्भगृह में होगी स्थापित
- पुरानी प्रतिमाओं के साथ दो अन्य प्रतिमाओं की भी होगी स्थापना
- फर्श से गुंबद तक लगेगा सफेद मार्बल, आधुनिक लाइट से होगी साज-सज्जा
- मंदिर में गोपुरम, महामंडपम व गर्भगृहम नाम से तीन गुंबद और चार भव्य प्रवेश द्वार होंगे
डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी
डिंडौरी के वार्ड-8 में इस्कॉन मंदिर की तर्ज पर श्रीराधाकृष्ण मंदिर का पुनर्निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। इसकी लागत करीब ₹50 लाख है। ऐतिहासिक श्रीराधाकृष्ण मंदिर का पुर्ननिर्माण सर्वराहकार ट्रस्ट की ओर से कराया जा रहा है। ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रवेश कनोजे ने बताया कि 1985 में तत्कालीन सर्वराहकार सुखदेन प्रसाद नायक ने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था। पिछले कई वर्षों से मंदिर के पुर्ननिर्माण की योजना बनाई जा रही थी, जिसे अब पूरा किया जा रहा है। पुर्ननिर्माण के दौरान सिर्फ मंदिर के स्वरूप को बदला जाएगा। भगवान श्रीराधाकृष्ण की प्राचीन मूर्ति को यथावत नए मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा। वहीं, पुरानी प्रतिमाओं के साथ ही दो अन्य प्रतिमाओं की भी स्थापना होगी। मंदिर को भव्यता देने के लिए फर्श से गुंबद तक सफेद मार्बल का उपयोग किया जाएगा। यह जिले का पहला मंदिर होगा, जिसमें विशेष नक्काशी की कला देखने को मिलेगी। मंदिर में आधुनिक लाइट से साज-सज्जा भी की जाएगी। मंदिर में गोपुरम, महामंडपम व गर्भगृहम नाम से तीन गुंबद और चार भव्य प्रवेश द्वार होंगे। मंदिर का आर्किटेक्चर युवा आर्किटेक्ट शुभांक सोनी ने डिज़ाइन किया है।
11 सितंबर को उज्जैन और जिले के पूज्य संतों ने किया था भूमिपूजन
मंदिर पुनर्निर्माण के लिए 11 सितंबर 2021 को उज्जैन सहित जिले के पूज्य साधु-संतों की मौजूदगी में भूमिपूजन किया गया था। आगामी एक वर्ष में मंदिर पुनर्निर्माण संपन्न करने का लक्ष्य रखा गया है। राजस्थान से सफेद मार्बल लाकर मंदिर को भव्य नक्काशीदार स्वरूप दिया जाएगा। मंदिर की भव्यता ऐसी होगी कि इसे राज्य व राष्ट्रीय स्तर भी जाना-पहचाना जाएगा।
दो तल के मंदिर में होगी भक्तों के लिए परिक्रमा पथ की व्यवस्था
मंदिर दो तल का होगा, जिसमें भगवान के गर्भगृह के अलावा अन्य निर्माण कार्य होंगे। मुख्य रूप से भोग कक्ष, भंडार कक्ष, सत्संग कक्ष और रामायण मंडली कक्ष बनाया जाएगा। भक्तों के लिए परिक्रमा पथ की भी व्यवस्था बनाई गई है। श्रीराधाकृष्ण मंदिर सर्वराहकार ट्रस्ट ने जनता से मंदिर पुनर्निर्माण में सहयोग प्रदान करने की अपील की है।