- 16 वर्षीय पीड़िता के मुताबिक पड़ोसी दीपक ने नौकरी का झांसा देकर बेचा, प्रताड़ना से तंग आकर पुलिस से शिकायत की तो बालिका सुधार गृह में किया शिफ्ट
- SP संजय सिंह बोले - मामले की गंभीरता से जांच कर तथ्यों के आधार पर की जाएगी कार्यवाही
डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी/नई दिल्ली
डिंडौरी विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने जिले की एक 16 वर्षीय लड़की को दिल्ली से सकुशल वापस लाकर उसके परिजनों को सौंपा है। उन्होंने मंगलवार को अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में मामले की जानकारी प्रदान की। विधायक ने कहा, 'यह मेरा सौभाग्य है कि मैं डिंडौरी की बेटी को दिल्ली से सकुशल वापस लेकर आ पाया। मैं ईश्वर का शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने मुझे इस नेक कार्य के लिए शक्ति दी।' बकौल ओमकार सिंह मरकाम, 'जिले की एक नाबालिग बच्ची को करीब सालभर पहले दलाल के माध्यम से दिल्ली में बेच दिया गया था। मुझे दिल्ली प्रवास के दौरान मध्यप्रदेश भवन में संपर्क के लोगों ने जानकारी दी कि एक लड़की कुछ समय से दिल्ली के बालिका सुधार गृह में रह रही है, जो संभवतः डिंडौरी जिले की है। जानकारी मिलते ही मैं तत्काल अधिकारियों के साथ वहां गया। मैंने उससे मुलाकात कर हालचाल जाना और परिजनों को दिल्ली लेकर गया। वहां से बच्ची को सुरक्षित वापस लाकर सकुशल परिवार के सुपुर्द किया।' विधायक ने कहा कि बच्ची दिल्ली में काफी बुरी स्थिति में थी। उसके साथ मारपीट की जाती थी और काफी प्रताड़ित भी किया गया।
नौकरी और अच्छी लाइफस्टाइल का सपना दिखाकर दीपक नामक व्यक्ति ने बेचा था
इधर, मीडिया से बातचीत में नाबालिग ने बताया कि उसे पड़ोस में रहने वाले दीपक नामक व्यक्ति ने दिल्ली में एक दंपत्ति को बेचा था। वह दीपक को चाचा कहती थी, जिसने उसे नौकरी और अच्छी लाइफस्टाइल का झांसा देकर बेच दिया। खरीदने वाले लोग लड़की से बेरहमी से पेश आते थे। घर का पूरा काम कराते थे और मारपीट भी करते थे। प्रताड़ना से तंग आकर उसने पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने दंपत्ति के चंगुल से मुक्त कराकर दिल्ली सेंटर बालिका सुधार गृह में शिफ्ट कराया, जहां से विधायक मरकाम उसे डिंडौरी लेकर आए। वहीं, मामले की जानकारी मिलने के बाद SP संजय सिंह ने कहा कि पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इस पर तथ्यों के आधार न्यायोचित कार्यवाही की जाएगी।
सरकार पर विधायक ने उठाए सवाल, कहा - आखिर 15 साल में भी क्यों खत्म नहीं हुई पलायन की समस्या?
इस घटना के हवाले से कांग्रेस विधायक ने राज्य सरकार पर निशाना साधा और कहा कि प्रदेश में बीते 15 साल से भाजपा सरकार का राज है। वर्तमान में हालात यह हैं कि जिले के आदिवासी वर्ग के नागरिक रोजगार की तलाश में आज भी बाहरी क्षेत्रों में पलायन को मजबूर हैं। जिले के गरीब परिवारों के बच्चों का दलालों के मायाजाल में फंसने का यह भी एक बड़ा कारण है। सरकार और प्रशासन के अधिकारी खासकर आदिवासी क्षेत्रों के लोगों व उनकी बच्चियों की सलामती के लिए गाल तो बहुत बजाते हैं, लेकिन जब उनके संरक्षण और सुरक्षा की बारी आती है तो सब सुन्न पड़ जाते हैं।